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लेखनी प्रतियोगिता -20-May-2022

फिर वो वक्त नहीं आएगा जब चाहत थी कुछ करने की

 जब पढ़ना था तो पढे नहीं, जब चलना था तो चले नहीं, अब बारी आई तो सपनों की उड़ान भरने की
 फिर वो वक्त नहीं आएगा 
 जब चाहत थी कुछ करने की,
 
 आज है कल नहीं है किसको है खबर वक्त की, 
 समय बीतता जा रहा है कुछ कर दिखाया अपने फ्यूचर की, 
 फिर वो वक्त नहीं आएगा
 जब चाहत थी कुछ करने की,
 
 तब दौर चल रहा है, इस जमाने की, पैसा कमाने की, नाम सोहरत कमाने की 
अब बारी आई तो अपने की इज्जत कमाने की, 
 फिर वो वक्त नहीं आएगा 
 जब चाहत थी कुछ करने की,
 
 फिर ये वक्त नहीं आएगा 
 जब चाहत थी कुछ कर दिखाने की।


✍️ #shayarvishuking @shayarvishuking ❤️

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11 Comments

HENA NOOR AAIN

23-May-2022 03:13 PM

Nice

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Seema Priyadarshini sahay

21-May-2022 04:15 PM

बेहतरीन

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Neelam josi

21-May-2022 03:25 PM

Very nice 👌

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